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डाइट व एक्सरसाइज
कुछ लोगों का यह मानना होता है कि गर्भावस्था के दौरान केसर का सेवन करने से बच्चे का रंग गोरा हो सकता है| आपने भी अपनी माँ या दादी-नानी से ये नुस्खा जरुर सुना होगा| लोग गर्भवती महिलाओं को केसर दूध, खीर या अन्य किसी भोजन में मिलाकर लेने की सलाह देते हैं|  
तो क्या सच में ऐसा होता है कि केसर के सेवन से गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु को लाभ होता है? गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को केसर का सेवन क्यों करना चाहिए? केसर के अच्छे और बुरे प्रभावों, इसको इस्तेमाल करने के तरीकों और केसर से जुड़ी अन्य जन्कारियोंको जानने के लिए ये आर्टिकल पूरा पढ़ें|

क्या गर्भावस्था में केसर का सेवन सुरक्षित है?

दुनिया के सबसे महंगे मसलों में से एक केसर को गर्भावस्था के दौरान उपयोग करना सुरक्षित माना जाता है परन्तु आपको इसका सेवन सीमित मात्र में करना चाहिए| इसकी तासीर काफी गर्म होती है और इसके ज्यादा इस्तेमाल से गर्भाशय में संकुचन, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया, ब्लीडिंग और अबोर्शन भी हो सकता है|

गर्भावस्था में केसर के सेवन से शिशु का रंग गोरा होता है, इस बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है|

क्या गर्भावस्था के दौरान केसर का सेवन लाभप्रद है?

केसर के औषधीय गुणों के कारण गर्भावस्था में इसके प्रयोग से कुछ फायदे हो सकते हैं यदि इसका प्रयोग सीमित मात्रा में किया जाए|

  • एक अध्ययन में यह पाया गया है कि केसर पाचन तंत्र को साफ़ व् मजबूत करने, भूख बढ़ने और ब्लड फ्लो बढ़ाने में मदद करता है|
  • चूहों पर किये गये एक परीक्षण में ये पाया गया कि केसर में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो रक्तचाप में वृद्धि को नियंत्रित कर सकते हैं| इसलिए इसका सेवन प्रेगनेंसी में हाई ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है|
  • जैसे-जैसे आपका पेट बढ़ता है आपकी हड्डियों और मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होता है. इसके कारण आपके पेट और जोड़ों में ऐठन और दर्द हो सकता है| केसर का सेवन इन समस्याओं से आपको निजात दिला सकता है|
  • जिन महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अच्छी नींद नहीं आती है, उन्हें केसर का इस्तेमाल करना चाहिए| इसके इस्तेमाल से आपको नींद भी अच्छी आयेगी और आप अच्छा महसूस करेंगी|
  • गर्भावस्था में मूड स्विंग्स और तनाव आम बात है| केसर में अवसाद रोधी तत्व होते हैं जो आपके मूड को ठीक करने में मदद करते हैं|
  • ईरान में किये गए एक सर्वेक्षण में ये पाया गया है कि केसर के एंटी-ओक्सीडेन्ट्स और एंटी- इन्फ्लामेटरी गुण कोलेस्ट्रोल के स्तर को नियंत्रित रखने और नसों को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं|
  • केसर गर्भाशय के संकुचन को प्रभावित कर सकता है और प्रसव को आसान बना सकता है| प्रेगनेंसी के आखिरी माह में इसके सेवन से गर्भाशय का मुँह परिपक्व होता है और प्रसव के दौरान लेबर को कम कर सकता है|

उपर्युक्त लाभ केसर के धागों से ही प्राप्त होते हैं| बाजार में केसर का अर्क भी उपलब्ध होता है पर गर्भावस्था में अर्क का प्रयोग करने से बचना चाहिए क्योंकि इसमें कुछ केमिकल मिले हुए होते हैं| केसर ए समय उसके ओरीजनल होने का ध्यान रखें क्योंकि केसर बहुत महँगी होती है और इसके नकली होने की सम्भावना बहुत ज्यादा होती है|

गर्भावस्था के दौरान केसर कब लेना चाहिए?

माना जाता है कि गर्भावस्था के दूसरे तिमाही से आप केसर का सेवन शुरू कर सकते हैं| गर्भावस्था के पाचवें महीने से जब शिशु हिलना शुरू कर देता है और तब आपकी गर्भावस्था भी स्थिर हो जाती है, तब आप केसर का सेवन शुरू कर दें और थोड़ी मात्रा (एक दिन में केसर के दो से तीन धागे बहुत होंगे) में लें|

गर्बवस्था के दौरान केसर के दुष्प्रभाव

गर्भावस्था में केसर के ज्यादा प्रयोग से आपको हानि भी पहुँच सकती है|

  • ऊपर पहले भी बताया गया है की केसर की तासीर गर्म होती है| गर्भावस्था में यदि बहुत ज्यादा केसर का सेवन किया जाये तो समय से पहले प्रसव हो सकता है और गर्भपात भी हो सकता है|
  • केसर के ज्यादा उपयोग से मितली, उल्टी दस्त और ब्लीडिंग भी हो सकती है|

केसर की गर्म तासीर और अत्यधिक महंगा होने के कारण लोग इसका उपयोग कम से कम मात्रा में ही करते हैं| इसका सेवन कई प्रकार से किया जा सकता है|

गर्भावस्था के दौरान केसर का सेवन करने के विभिन्न तरीके

यहाँ बताया गया है कि अपनी प्रेगनेंसी में आप केसर का सेवन कैसे कर सकते हैं| लेकिन फिर भी केसर का सेवन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट जरुर कर लें|

  • मुख्यतः महिलाये केसर वाला दूध लेना पसंद करती हैं| दूध के साथ केसर को सबसे प्रभावशाली माना जाता है| आप दही या खीर के साथ भी इसका प्रयोग कर सकते हैं|
  • केसर का प्रयोग कुछ व्यंजनों के स्वाद व् रंगत बढ़ाने के लिए किया जाता है| सूप, पुलाव और मिठाइयों में केसर के एक या दो धागों का प्रयोग किया जा सकता है|

दूध या भोजन में केसर को दो तरीको से इस्तेमाल किया जा सकता है| ये हैं:

  • केसर के धागों को गर्म दूध या पानी भिगो कर 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें| केसर अपनी रंगत और अर्क इसमें छोड़ देगा| अब ये पानी या दूध अपने व्यंजन में मिला लें|
  • दूसरा अरीका यह है की केसर को आप अपनी उँगलियों से मसल कर किसी भी व्यंजन में डाल सकते हैं|

यदि आप भी केसर को अपने आहार में शामिल करना चाहते हैं और आपके डॉक्टर ने भी आपको अनुमति दे दी है तो आप इसका इतेमाल शुरू कर दें| केसर खरीदते समय इसकी गुणवत्ता का ध्यान रखें क्योंकि बाजार में नकली केसर बहुतायत से बेचा जाता है|

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