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गर्भधारण में सेक्स

आजकल के मॉडर्न ज़माने में ज्यादातर नव विवाहित युगल एकदूसरे को समझने के लिए शादी के शुरुआती दिनों में एक दूसरे के साथ ही वक़्त बिताना पसंद करते है। और इस दौरान वे फेमिली प्लानिंग के बारे में कुछ समय बाद ही सोचना पसंद करते है। आजकल ज्यादा महिलाये भी वर्किंग वुमन होती है इसलिए वे भी कुछ समय बाद ही बेबी के बारे में सोचती है। इस तरह की स्तिथि में कपल्स सेफ सेक्स को एन्जॉय करते हुए लाइफ में आगे बढ़ते है।

पर कुछ समय के बाद जब वो अपने घर नन्हे मेहमान को लाने के बारे में सोचते हैं तब ज्यादातर कपल्स को प्रेग्नेंट होने के सही समय और इससे जुड़े अन्य सवालो का जवाब नहीं पता होता और वे अपने ही विचारो में कंफ्यूज होते रहते हैं। पर अब आपको और कंफ्यूज होने की जरुरत नहीं हैं क्यूंकि यहां हम इन्ही सवालो के जवाब के साथ आपके सामने आये हैं।

गर्भधारण पर अलग – अलग लोग अलग – अलग तरह के रिएक्शंस देते है क्योकि बच्चे को जन्म देना ही काफी नहीं होता बल्कि इसके लिए मानसिक एवं वित्तीय रूप से तैयार होना भी बहुत जरुरी होता है। इसलिए आप जब भी माता पिता बनने का सोचे आप यह निश्चित कर ले कि क्या आप गर्भावस्था के दौरान आने वाले उतार – चढाव एवं आकस्मिक खर्चो को संभाल सकते है। गर्भावस्था क दौरान सिर्फ माँ ी नहीं बल्कि पिता कि भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जब गर्भावस्था क दौरान होने वाली माँ शारीरिक परेशानियों से जूझती है तब पति को उसका सम्बल बनना चाहिए और इस प्रकार एक टीम कि तरह सभी परिस्थितियों का सामना मिल कर करना चाहिए।

यदि आप दोनों ही इन स्थितियों से अवगत हैं और इसके लिए मानसिक रूप से तैयार है तो आप गर्भाधान के बारे में सोच सकते है।

गर्भाधान कैसे होता है?

एक महिला गर्भवती तब होती है जब एक शुक्राणु महिला के साथ संभोग के दौरान क्रिया करता है और आगे एक अंडा बनाता है जो महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित हो जाता है। शुक्राणु फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से यात्रा करता है और एग सेल की ज़ोना पेलुसीडा परत में प्रवेश करता है और इसके साथ फ़्यूज़ होता है जो जाइगोट या फर्टिलाइज़्ड एग बनाता है।

सेक्स करने के तीन मिनट बाद से पांच दिनों तक कभी भी गर्भाधान हो सकता है। इस दौरान यदि आप ओव्युलेट कर रही है तो प्रेगनेंसी के चान्सेस बढ़ जाते है। गर्भधारण करने के लिए हफ्ते में तीन से चार बार सेक्स करना चाहिए और यदि आप ओव्युलेटिंग पीरियड का ध्यान रखते है तो आपको काफी हद तक सफलता मिल सकती है।

ओव्युलेटिंग पीरियड क्या होता है?

आपने करीना कपूर की मूवी ”good news” तो जरूर देखी होगी। उस मूवी में करीना कपूर कहती ह ”I am ovulating” आपने भी तब जरूर सोचा होगा कि ये ओव्यूलेशन किस बला का नाम है। तो पहले ये समझिये कि ओव्यूलेशन क्या होता है।

जब महिला की ओवरी या अंडाशय से एक परिपक्व एग निकलता है तो इस प्रक्रिया को ओव्यूलेशन कहते है और यह हर महीने होती है। इस प्रक्रिया के दौरान महिला के प्रेग्नेंट होने के चांस सबसे ज्यादा होते है। सामान्यतः महिलाओ का पीरियड साइकिल 28 से 35 दिनों का हो सकता है और इस साइकिल में कुछ ही दिन ओव्यूलेशन पीरियड में आते है।

आइये समझते है कि आप अपना ओव्यूलेशन पीरियड कैसे काउंट कर सकते है। आपका हर साइकिल आपके पीरियड के पहले दिन से शुरू होता है और अगले पीरियड के शुरू होने के एक दिन पहले ख़त्म होता है। आप अपने पीरियड साइकिल का मध्य बिंदु देखिये जैसे यदि आपका साइकिल 30 दिनों का है तो आप 15वे दिन के आसपास ओव्युलेट करेंगे। इन खास दिनों का ध्यान रखकर यदि आप सेक्स करेंगे तब आपके घर गुड न्यूज़ आने कि संभावना बढ़ जाती है।

यदि आप अपने घर में किलकारी सुनना चाहते है तो ऊपर लिखी बातो का ध्यान रखने के साथ – साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखे और एक सुन्दर व् स्वस्थ बच्चे को जन्म दें।

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