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टोडलर बेबी

हमारे देश में ठंड का मौसम चार महीनो का ही होता है पर इनमे इतने कडाके की ठंड पड़ती है जो कि बहुत से लोगों के लिए जानलेवा साबित होती है| आज इस आर्टिकल में हम बच्चो के साथ खुद को भी ठंड से बचाने के ऐसे नुस्खों के बारे में जानेंगे जो साधारण होने के बाद भी अपने असाधारण असर से आपको बहुत लाभ पहुचाएंगे|

  • सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बच्चों को शहद खिलाना शुरू कर दें| इससे बच्चो के शरीर में प्रतिरोधी क्षमता बढ़ेगी और उन्हें सर्दी-जुकाम से भी राहत मिलेगी|
  • सर्दी-जुकाम और खांसी का सबसे सस्ता और आसन उपाय है गर्म पानी| जी हाँ! गर्म पानी के सेवन से सर्दी जुकाम नहीं होगा और यदि हो भी गया है तो दिन भर आप गर्म पानी का सेवन करें और दिन में दो से तीन बार तेज गरम पानी पियें| सुबह उठकर बासी मुंह तेज गर्म पानी पीना सबसे लाभप्रद होता है| यह कफ़ या बलगम को मल द्वारा शरीर के बाहर निकलता है|
  • भाप दिलाने से भी सर्दी-जुकाम और बंद नाक में बहुत राहत मिलती है| दिन में दो से तीन बार तीन से चार मिनट तक भाप लेना काफी होता है| छोटे बच्चो को भाप दिलाते समय सावधानी रखनी चाहिए|
  • ठंड में सरसों के तेल की मालिश बहुत लाभकारी होती है| नहाने से पहले सरसों के तेल की मालिश शरीर पर ठंड का असर नहीं होने देती| सभी को रोजाना सरसों के तेल की कुछ बूँदें अपनी नाभि में डालना चाहिए| इससे शरीर में नमी बरकरार रहती है|
  • सरसों के तेल में थोड़ी अजवाइन, मेथी, हींग और लहसुन की कुछ कलियाँ अच्छे से पका कर रख लें| रोज रात में इस तेल को गुनगुना करके बच्चो के सीने, पीठ, हथेली और तलवों पर मलें| इससे ठंड का असर खत्म हो जायेगा|
  • यदि सीने में जकड़न हो तो इसी तेल में सेंधा नमक मिला कर गर्म करें और इससे पेट और पीठ पर मालिश करें| यह कफ को मल के रास्ते शरीर से निकलता है|
  • यदि सर्दी-जुकाम के साथ बुखार भी है तो इसी पकाए हुए तेल में थोडा कपूर मिला कर गर्म करें और शरीर पर मालिश कर दें| याद रखें कपूर वाला तेल लगाने के बाद शरीर में हवा नहीं लगनी चाहिए वरना ये फायदे की जगह नुक्सान कर देगा| तेल लगाने के बाद बच्चे को ढंककर रखें और गर्माहट दें|
  • ठंड के मौसम में रोजाना आधा चम्मच अजवाइन गर्म पानी से निगल लें| यह शरीर से ठंड को सोखने की क्षमता रखता है| आधी चम्मच अजवाइन को थोड़े पानी में अच्छे से पकाएं और गुनगुना कर शिशुओं को पिला दें|
  • खांसी होने पर अदरक का छोटा सा टुकड़ा मुंह में रखें और इसे चूसते रहें| यह खांसी में बहुत लाभ पहुंचाता है|
  • मुलहठी चूसने से भी खांसी में बहुत राहत मिलती है|
  • आयुर्वेदिक दवा सितोपलादि को शहद में मिलाकर दिन में तीन बार लें| यह खांसी को बहुत जल्दी ठीक करती है| इस दवा के सेवन के कुछ देर बाद पानी न पियें|
  • एक जायफल को सरसों के तेल में भिगोकर रखें और इसे मेथी के दाने के बराबर घिस कर माँ के दूध या गाय के दूध में मिला कर पिलाने से ठंड का असर कम हो जाता है|
  • केसर भी बहुत गर्म होता है| जरा सा केसर एक चम्मच दूध में मिला कर शिशु को पिला दें|
  • ठंड लगने पर तुलसी की कुछ पत्तियों और अदरक का एक चम्मच रस को गर्म करें| इसमें शहद मिला कर गर्म ही इसका सेवन करें|
  • काली मिर्च, लौंग, अजवाइन, अदरक, तुलसी के पत्ते और गुड़ का काढ़ा शरीर को गर्म रखने के साथ इम्युनिटी भी बढ़ता है| शिशुओं को यह काढ़ा एक से दो चम्मच ही दिया जाना चाहिए|
  • बहुत अधिक ठंड होने पर हफ्ते में एक बार बच्चों को रम पिला दें| यह शरीर को अन्दर से गर्म रखेगा और ठंड नहीं लगने देगा| आधे चम्मच रम में थोडा गर्म पानी मिला कर बच्चे को पिलायें|
  • हल्दी के दूध का सेवन शरीर को अन्दर से गर्म रखता है और इम्युनिटी बूस्ट करता है| यह शरीर के दर्द और जुकाम आदि से भी राहत पहुंचता है|
  • सर्दियों के मौसम में गर्मागर्म टोमेटो सूप और वेजिटेबल सूप बच्चो को पिलाना चाहिए| ये एक हेल्दी फ़ूड है जो पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ शरीर में पानी की मात्रा बनाये रखता है और इम्युनिटी भी बढाता है| सर्दी जुकाम होने पर गर्म सूप पीना बहुत फायदेमंद होता है| यदि आप नॉन-वेजीटेरियन हैं तो चिकन सूप एक बेहतर विकल्प है जो आपको सर्दी-जुकाम से राहत दिला सकता है|
  • ठंड में बच्चों को शरीर गर्म रखने वाले भोजन और स्नैक्स दें| दाल, पालक, मेथी आदि को भोजन में शामिल करें|
  • फलों में चीकू और पपीता गर्म तासीर वाले फल हैं| इनका सेवन लाभप्रद होता है|
  • ठंड में अखरोट, बादाम, अंजीर आदि ड्राई फ्रूट्स जरूर खिलाएं| शिशुओं को भीगे हुए बादाम को घिस कर एक चम्मच दूध में मिला कर पिलायें|
  • एक बादाम, एक अंजीर और तीन से चार मुनक्के के दाने को थोड़े पानी में पकाएं| जब यह पानी एक चम्मच रह जाये तब इसे गुनगुना करके बच्चे को पिला दें| यह शरीर गर्म रखता है और इम्युनिटी बढ़ता है|
  • बच्चो को ठंड में मोज़े पहना कर रखें क्योंकि तलवों से शरीर में ठंड बैठ जाती है| रोज तलवों की मालिश सरसों के तेल से करें ताकि ठंड का असर न हो पाए|
  • बच्चो को धूप में ले जाएँ| धूप लगने शरीर गर्म हो जाता है और जमी हुई सर्दी पिघल जाती है|
  • बच्चो की सिकाई करने से ठंड का असर कम हो जाता है| पेट, सीना, पीठ, गला, नाक, तलवे और हथेलियों की सिंकाई अवश्य करें|

ये कुछ आसन और सस्ते घरेलु उपाय हैं जिनके उपयोग से आप अपने शिशु और अपने परिवार को ठंड के प्रकोप से बचा सकते हैं और ठंड के मौसम का लुत्फ़ बिना परेशान हुए उठा सकते है|

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